प्रवासन और विदेशी नागरिक विधेयक (Immigration and Foreigners Bill 2025)
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने 2025 के प्रवासन और विदेशी नागरिक विधेयक पर भाषण दिया, जिसमें उन्होंने प्रवासन की प्रक्रिया को सरल और सुरक्षित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। यह विधेयक भारत में विदेशी नागरिकों के रजिस्ट्रेशन को सुव्यवस्थित करेगा, जिससे वे व्यापार, शिक्षा और अनुसंधान के लिए आसानी से आ सकें, जबकि सुरक्षा खतरों पर भी ध्यान रखा जाएगा। शाह ने उपनिषदों में ‘वसुदेव कुटुंबकम’ के सिद्धांत के माध्यम से भारत की मानवता और सहिष्णुता की प्रवासी नीति का उल्लेख किया। वे भारत की संस्कृति के वैश्विक प्रसार में भारतीय प्रवासियों के योगदान का भी उल्लेख करते हैं।
विधेयक का उद्देश्य एक केंद्रीकृत और अद्यतन प्रणाली बनाना है, जो भारत की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाएगी और विकास को प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने विधेयक को पुरानी आव्रजन(immigration) नीतियों और कानूनों को अद्यतन करने का माध्यम बताया, जिससे भारतीय प्रवासन नीति को समग्र और भविष्य के अनुकूल बनाया जा सके। शाह ने अपील की कि राजनीतिक कारणों से विधेयक का विरोध न किया जाए, क्योंकि यह भारत के विकास के लिए आवश्यक है। इस विधेयक द्वारा चार पुराने कानूनों में संशोधन किया जायेगा, और इसमें यात्रा दस्तावेजों की अनिवार्यता, वीजा प्रक्रिया में सुधार, और सुरक्षा में वृद्धि के प्रावधान शामिल होंगे।
Highlights
🌍 वैश्विक प्रवासी नीति: भारत की प्रवासी नीति हमेशा मानवीय रही है, जिसका इतिहास 5000 वर्षों का है।
🏛️ विधेयक का उद्देश्य: नए विधेयक का उद्देश्य प्रवासन प्रक्रिया को सरल और सुरक्षित बनाना है।
📈 आर्थिक विकास: विधेयक का लक्ष्य भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाना है।
🔒 सुरक्षा पर ध्यान: सुरक्षा खतरों की पहचान और नियंत्रण के लिए व्यापक और प्रभावी उपाय।
📊 सुरक्षा आंकड़े: 2014 से अब तक यात्रा प्रक्रिया और यात्रा के आंकड़ों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है।
🛂 नए प्रावधानों का समावेश: विधेयक में 10 नए प्रावधान हैं जो भारतीय सुरक्षा को बढ़ावा देंगे।
🌐 सामाजिक स्थिति: यह विधेयक शरणार्थियों के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण भी प्रस्तुत करता है।
Key Insights
🌏 Indian Cosmopolitanism: भारतीय प्रवासी नीति का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है, जो ‘वसुदेव कुटुंबकम’ के सिद्धांत से पूरित है। यह विश्व को एक परिवार मानते हुए मानवीय दृष्टिकोण को उजागर करता है, जिससे नए प्रवासी कानून की दिशा में एक सहिष्णु और समावेशी नीति का संकेत मिलता है। यह भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर फैलाने का कार्य करती है।
⚖️ Simplification of Laws: वीडी शाह ने पर旧 कानूनों की जटिलताओं को दूर करना आवश्यक बताया। विधेयक चार पुराने कनूनों का संशोधन कर एक नए अद्यतन विशेष कानून का निर्माण करेगा, जो एक सरल और सुसंगत प्रवासी नीति का संकल्प करेगा।
📅 Timeline of Changes: भारत में अप्रवासन प्रक्रिया में बहुत सुधार हुआ है, जिसमें एफटीआईटीपी कार्यक्रम के लागू होने से यात्रा की औसत प्रक्रिया समय में कमी आई है। जैसे-जैसे संख्या बढ़ती जा रही है, यह विधेयक और भी अधिक ग्राहक-केंद्रित और खुशहाल अनुभव बनाएगा।
🔍 Security Measures: सुरक्षा चिंताओं पर गहन चर्चा की गई है, जहां अप्रवासियों की जांच करने की राह में नीतियों का सुझाव दिया गया है। विद्यमान कानूनों से निपटने के लिए विकृतियों और लालफीताशाही को खत्म करना आवश्यक है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
🌟 Boost to Tourism and Trade: विधेयक वीजा प्रक्रिया में सुधार की दिशा में कदम उठाता है, जो पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देता है। नए वर्गीकरण को शामिल करके, यह प्रवासियों को अधिक सुलभता प्रदान करता है और भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभान्वित करेगा।
🌐 Global Image of India: यह विधेयक न केवल भारत की सुरक्षा को समर्पित है बल्कि देश के वैश्विक ब्रांडिंग को भी बढ़ावा देने में सहायक है। जैसे-जैसे भारत की सॉफ्ट पावर बढ़ेगी, विदेशी निवेश और रोजगार के क्षेत्र में सुधार होगा।
🗳️ Political Implications: गृह मंत्री ने विधेयक का राजनीतिक विरोध न करने की अपील की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विधेयक को राष्ट्रीय विकास और समृद्धि के लिए व्यापक रूप से समर्थन की आवश्यकता है।
यह व्यापक चर्चा प्रवासन और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को उजागर करती है और यह दर्शाती है कि कैसे भारत एक नई और प्रभावशाली प्रवासी नीति के लिए तैयार हो रहा है। यह विधेयक न केवल अद्यतन संबंधित कानूनों पर आधारित है, बल्कि भारतीय संस्कृति, विकास और वैश्विक जिम्मेदारियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। भारत की अनूठी भूमिका और इसके प्रवासियों का योगदान इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण हैं, जो देश की पहचान और गरिमा को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित करने का प्रयास करते हैं।